होटल प्रबंधन संस्थान (आईएचएम) राँची में जनजातीय धरोहर का वैश्वीकरण: समावेशी, उत्तरदायी और सतत पर्यटन विषय आधारित पहला “राष्ट्रीय जनजातीय पर्यटन सम्मेलन 2025” का आयोजन किया गया ।
दीप प्रज्वलन के साथ शुरुवात
सम्मलेन की शुरुआत मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन तथा छात्रों द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना से की गयी| तत्पश्चात राजकीय मानभूम छउ नृत्य कला केंद्र, सिल्ली, रांची द्वारा छउ नृत्य की अद्भुत प्रस्तुती दी गयी.
संस्थान की पहली वार्षिक मैगज़ीन “पलाश वृत्त” तथा फंडामेंटलस ऑफ़ मार्केटिंग स्किल्स पुस्तक का विमोचन किया गया |
सम्मलेन का विषय अद्वितीय
मुख्य अतिथि विजय जाधव ने आईएचएम रांची द्वारा जनजातीय धरोहर का वैश्वीकरण विषय पर आधारित जनजातीय सम्मेलन के आयोजन की प्रशंसा एवं इस नवरात्री में छउ नृत्य की प्रस्तुती की सराहना करते हुए बताया की इस सम्मलेन का विषय अद्वितीय है, जो की झारखंड की अलग पहचान को दर्शाता है| हमारे पास पर्यटन के साथ जनजातीय सम्बंधित चीजों को अच्छे से प्रस्तुत करने तथा पर्यटन की दिशा, राज्य की कला- संस्कृति, स्थानीय व्यंजन, पर्यटन की अनुभती करने की जरुरत है |
तकनीकी सत्र का भी आयोजन
सम्मलेन के दौरान तकनीकी सत्र का भी आयोजन किया गया जिसमें डॉ. निशिकांत कुमार, बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा, रांची, डॉ. मनीषा ओरांव, सह-संस्थापक, द ओपन फील्ड, झारखंड, डॉ. लडली रानी, सहायक प्रोफेसर, रांची विश्वविद्यालय, तथा डॉ. पंकज चटर्जी, सहायक रजिस्ट्रार – आरकेडीएफ विश्वविद्यालय, रांची, झारखंड सेशन चेयर मौजूद रहे |