मंडलीय स्तरीय किसान मेला सह प्रदर्शनी कार्यक्रम ने राजनीतिक तापमान को और भी गर्म कर दिया
रिपोर्ट- रवि सिंह
राँची// झारखंड सरकार के कृषि, पशुपालन और सहकारिता विभाग द्वारा चान्हो स्थित सिलागाई में आयोजित प्रमंडलीय स्तरीय किसान मेला सह प्रदर्शनी कार्यक्रम ने राजनीतिक तापमान को और भी गर्म कर दिया है। मेले का उद्घाटन राज्य की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने किया, लेकिन इस आयोजन को लेकर भाजपा नेता सन्नी टोप्पो ने कड़ा विरोध जताया और कई गंभीर सवाल उठाए।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने केवल अपनी छवि चमकाने के लिए इस मेले का आयोजन किया। टोप्पो ने कहा कि सरकारी कृषि संबंधित पुस्तकों के साथ-साथ निजी ट्रैक्टर दुकानों के पंपलेट्स का वितरण यह साबित करता है कि यह आयोजन किसानों के वास्तविक हित में नहीं था, बल्कि एक प्रचार अभियान था। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम केवल किसानों की आंखों में धूल झोंकने जैसा था, क्योंकि कहीं न कहीं यह सिर्फ चेहरा चमकाने का खेल था।”

इसके अलावा, भाजपा नेता ने मांडर विधानसभा क्षेत्र की कृषि संकटों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के किसान अब भी कम कीमतों पर अपनी फसलें बेचने के लिए मजबूर हैं, जबकि सरकार ने वादा किया था कि धान की खरीद ₹3200 प्रति क्विंटल होगी, लेकिन वास्तव में ₹2400 प्रति क्विंटल की दर पर खरीद हो रही है। “झारखंड में किसान आत्महत्या कर रहे हैं, फसलें बर्बाद हो रही हैं, लेकिन सरकार का ध्यान इस पर नहीं है,” टोप्पो ने कहा।
भाजपा नेता ने यह भी कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से किसानों का कोई भला नहीं होने वाला, बल्कि यह सरकार के लिए अपनी छवि को चमकाने का एक तरीका बन चुका है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि कृषि मंत्री और पूर्व विधायक बंधु तिर्की के पोस्टर और बैनरों से यह संदेश दिया जा रहा था कि ये नेता किसानों के लिए कोई बड़ा काम कर रहे हैं, जो कि सिर्फ जनता को गुमराह करने जैसा था।