बोकारो// बोकारो स्टील सिटी के सेक्टर-4 स्थित गांधी चौक पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। यह आयोजन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के झारखंड प्रदेश ओबीसी विभाग के कार्यकारी अध्यक्ष कुशवाहा राकेश कुमार महतो के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में गांधीवादी विचारधारा से जुड़े लोग उपस्थित रहे और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कुशवाहा राकेश महतो ने कहा कि
सभा को संबोधित करते हुए कुशवाहा राकेश महतो ने कहा कि महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता थे, जिनका संपूर्ण जीवन सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों पर आधारित था। उन्होंने बिना किसी हथियार के ब्रिटिश शासन के खिलाफ अहिंसक आंदोलन खड़ा किया और भारत को आजादी दिलाई। उन्होंने आगे कहा कि महात्मा गांधी ने सादगी, त्याग और निष्ठा के आदर्शों को अपनाते हुए समाज में स्वदेशी, स्वराज और छुआछूत जैसी बुराइयों के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि बापू की हत्या केवल एक व्यक्ति की हत्या नहीं थी, बल्कि यह धर्मनिरपेक्ष शक्तियों को समाप्त करने की कोशिश थी। नाथूराम गोडसे ने आरएसएस के इशारे पर इस जघन्य कृत्य को अंजाम दिया।
संविधान और धर्मनिरपेक्षता की रक्षा करना ही महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि
उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि बापू के विचारों को अपनाते हुए संविधान और धर्मनिरपेक्षता की रक्षा करना ही महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी लोगों ने 10:55 बजे महात्मा गांधी को पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया और 11:00 बजे दो मिनट का मौन रखकर उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर ‘रघुपति राघव राजा राम’ भजन का सामूहिक गायन किया गया।
भजन की प्रस्तुति
जगदीश बावला के म्यूजिकल ग्रुप ने इस भजन की प्रस्तुति दी, जिससे सभा का वातावरण आध्यात्मिक और भावनात्मक हो गया। इस कार्यक्रम में गंगा नारायण यादव, धीरेंद्र सिंह, गणेश शर्मा, अशोक महतो, रघुनाथ महतो, विदेशी महतो, ठाकुर महतो, भारत महतो, मो. अब्दुल रऊफ, गांधी विचार मंच के अध्यक्ष दीपू जी, सहदेव साहब, तारा लाल महतो, ज्योति लाल महतो, सहदेव महतो, देव मुनि सिंह, प्रेम कुमार, अमर राय, शकुंतला देवी, विशेश्वर महतो, कुंवर सिंह, सुनील गांधी, अवधेश कुशवाहा, श्री भगवान सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन कर सभा की समाप्ति की घोषणा की गई। उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया कि वे महात्मा गांधी के आदर्शों को अपनाते हुए देश में संविधान और धर्मनिरपेक्षता की रक्षा के लिए कार्य करेंगे।
